मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से रितेश चौधरी का सपना हुआ साकार।

प्रदेश के प्रत्येक वर्ग के लोगों को मिल रहा है सरकारी योजनाओं का लाभ

मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से रितेश चौधरी का सपना हुआ साकार।

वर्तमान प्रदेश सरकार सडक, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, स्वरोजगार और सम्मान इन छः मुख्य बिंदुओं पर विशेष ध्यान दे रही है जिसके तहत लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा, उच्च गुणवत्ता और संस्कारयुक्त शिक्षा के साथ विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा,अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ लोगों के कल्याण हेतु अनेकों योजनााऐ चलाकर उन्हें स्वरोजगार की ओर प्रेरित कर स्वावलंबी बनाने के अतिरिक्त प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देकर सम्मान के साथ जीवन यापन करने के लिए कृतसंकल्प है।
आज प्रदेश का कोई भी वर्ग ऐसा नहीं छुटा है जिसे किसी न किसी रूप में सरकार की योजनाओं का लाभ न मिल रहा हो, उसमें चाहे युवा, महिला, बजुर्ग, मेहनतकश मजदूर, दिव्यांगजन, विधवा सहित सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेकों कल्याणकारी योजनाऐं चलाई जा रही है। वर्तमान सरकार द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य के दृष्टिगत हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार की महिला को निःशुल्क रसोई गैस कुनेक्शन उपलब्ध करवाया गया है। जिसके तहत प्रदेश में प्रत्येक परिवार की रसोई को धुआं मुक्त बना दिया गया है। इसी प्रकार प्रदेश के बेरोजगार युवा- युवतियों को स्वरोजगार चलाने के लिए महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना चलाकर एक करोड़ रूपये तक का ऋण 25,30 तथा 35 प्रतिशत की दर से अनुदान उपलब्ध करवाकर उन्हें स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा 126 विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया है जिसके तहत औद्योगिक ईकाइयां, ईको-टूरिज्म तथा डेयरी फार्मिंग यूनिट स्थापित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जिला सिरमौर के नाहन विधान सभा क्षेत्र के अर्न्तगतं गांव धौलाकुआं निवासी रितेश चौधरी पुत्र राजेश कुमार बताते है कि उनके पिता राजेश कुमार 20 साल से लकडी के फट्टों तथा बलियों की शटरिंग का कार्य कर परिवार का पालन पोषण कर रहें थें । परिवार में दो भाई तथा दो बहने थी तथा उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। रितेश चौधरी ने दस जमा दो तक शिक्षा ग्रहण कर पिताजी के शटरिंग के कार्य में साथ देना आरम्भ कर दिया। लकड़ी के फट्टों की शटरिंग की मांग भी कम थी जिससे आय के साधन भी सीमित थे । रितेश ने 5 वर्ष तक निजी क्षेत्र की कम्पनी में कार्य किया जहां उन्हें 7 हजार रूपये मासिक मिलता था।
रितेश ने अगस्त 2020 में जिला उद्योग केन्द्र नाहन से सम्पर्क किया, जहां उन्हे मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली। सितम्बर 2020 में उन्होंने सभी ऋृण सम्बन्धी औपचारिकताऐं पूर्ण कर 25 लाख रूपये की कार्य योजना स्वीकृत करवाई जिस पर उन्हें 7 लाख रूपये का उपदान भी मिला। आज रितेश के पास लोहे की 10 हजार फीट शटरिंग है। जिसे वह 30 रूपये स्क्वायर फीट के हिसाब से लोगों के मकान निमार्ण के लिए शटरिंग का कार्य करता है। जिसके तहत उनके काम में आशातीत वृद्धि हुई। रितेश ने अपने कारोबार में आठ से दस स्थानीय लोगों को रोजगार भी दिया है जिससे प्रतिमाह उनकी आमदनी 1 लाख रूपये तक हो रही है। इससे उन्हें लगभग 40 हजार रूपये प्रतिमाह का शुद्ध लाभ भी हो रहा है। उनके पास दो मिक्सर मशीने, एक ट्रैक्टर तथा ट्राली भी है।
रितेश अपने करोबार से पूरी तरह संतुष्ट है जिसके लिए वह प्रदेश सरकार तथा मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के लिए आभार व्यक्त करते है और युवाओं का आह्वान करते है कि वह भी सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी, प्रदेश तथा राष्ट्र की आर्थिकी को सुद्वढ करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें

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