कल से शुरु हो रहा है सावन का पवित्र महीना, कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न?

देवों के देव महादेव अपने भक्त की थोड़ी सी भक्ति पर भी प्रसन्न हो जाते हैं और उसको उसका मनवांछित फल दे देते हैं, तभी तो उन्हें भोलेनाथ भी कहते हैं। आप अगर जीवन में हर तरफ से संकटों से घिर जाते हो तो महादेव की आराधना ही आपको सभी कष्टों से दूर करती है। पर भगवान भोलेनाथ की आराधना भक्त के सभी संकट दूर करती हैं।

सावन के महीने की शुरुआत हो गई है। कहते हैं कि सावन का ये महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है और शास्त्रों में भी इसे पवित्र महीना माना गया है। शिव भक्तों को इस महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है। गुरुवार यानि 4 जुलाई से इस पवित्र महीने की शुरुआत हो रही है। मान्यता है कि इस पूरे महीने में भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से वो प्रसन्न होते हैं। साथ ही ये भी मान्यता हैं कि जो भक्त सावन मास के सोमवार की पूजा करता है या व्रत रखता है तो भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

सभी देवी देवताओं में भगवान शिव ही अकेले ऐसे देवता है, जिन्हें प्रसन्न करना बेहद आसान है। कहते हैं कि इस महीने में भगवान शिव पर जलाभिषेक करने से शिवजी जल्दी प्रसन्न होते हैं। याद रखें कि इस दौरान भगवान शिव का मंत्रोचारण जरुर करें, महामृत्युञ्जय मंत्र उनका प्रिय मंत्र है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव के महामृत्युञ्जय मन्त्र का जाप करने से काल के भय से छुटकारा मिल जाता है। ये मंत्र है:

-ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌॥
– ॐ नमः शिवाय.
सोमवार के दिन कैसे करें भगवान शिव की पूजा?
-सावन में सोमवार के दिन जल्दी उठकर स्नान करें।
-इसके बाद भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
-साथ ही माता पार्वती और नंदी को भी गंगाजल या दूध चढ़ाएं।
-पंचामृत से रुद्राभिषेक करें और बेलपत्र अर्पित करें।
-शिवलिंग पर धतूरा, भांग, चंदन और चावल चढ़ाएं और सभी को तिलक लगाएं।
-प्रसाद के रूप में भगवान शिव को घी-शक्कर का भोग लगाएं।
-धूप और दीप से गणेश जी की आरती करें।
-आखिर में भगवान शिव की आरती करें और सभी को प्रसाद बांटें।

मान्यता है कि सावन महीने भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना करने से शिव भक्तों पर भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा भी मिलता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *