हिमाचल के तमाम जिलों में सेंट्रल स्कूल होने के बावजूद भी सिरमौर को क्यों रखा जा रहा है वंचित

हिमाचल के तमाम जिलों में सेंट्रल स्कूल होने के बावजूद भी सिरमौर को क्यों रखा जा रहा है वंचित भारत सरकार व प्रदेश सरकार से है निवेदन..

आज जहां भारत सरकार की अनेकों संस्थाएं भारत के अलग-अलग राज्यों और हिमाचल प्रदेश के अनेकों जिलों में स्थापित है और जिसका लाभ स्थानीय लोगों को समय समय पर मिलता भी रहता है और इन तमाम संस्थाओं से जिसमें चाहें हम भारत सरकार के शिक्षण संस्थानों का जिक्र करें,या फिर स्वास्थ,रक्षा,वित्त,वाणिज्य,गृह, इत्यादि अनेकों संस्थाओं पर प्रकाश डाले इन सभी से स्थानीय लोगों और क्षेत्र में एक जागरूकता ओर लाभ भी निश्चित तौर पर मिलता है आज उसी परिप्रेक्ष्य में हम हिमाचल प्रदेश में सैंट्रल स्कूल पर चर्चा ओर चिन्ता व्यक्त करना चाहेंगे कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में 23 सेन्ट्रल स्कूल स्थापित है जिसमें की तमाम जिलों में सैंट्रल स्कूल स्थापित किए गए हैं जिसमें की जिला कांगड़ा में सर्वाधिक आठ सेन्ट्रल स्कूल स्थापित है जिसमें योल कैंट, कांगड़ा, पालमपुर,तेरागढ, बैजनाथ,देहरा, वहीं दूसरे स्थान पर जिला चम्बा है जहां चार सेन्ट्रल स्कूल स्थापित है जेसे बनीखेत,बकलोह,हरदासपुरा,डलहोजी,, जिला बिलासपुर में घुमारवीं में, जिला हमीरपुर में जहनीयारा,नदौन, जिला किन्नौर में रिकोगपियो, जिला कुल्लू में सैंज में, जिला लाहौल स्पीति में कैलोग, जिला मंडी में जवाहरनगर,संदोली, जिला शिमला में जतोग,जाखू, जिला सोलन में सुबाथु ओर कसौली में स्थापित है ये एक बिडबना है कि हमारे जिला सिरमौर में अभी तक एक भी सेन्ट्रल स्कूल स्थापित नहीं किया गया है और हमारे ज़िले के दूरदराज क्षेत्र गांव से सेकडो किलोमीटर दूर अन्य जिलों में सेंट्रल स्कूल में दाखिला लेने और शिक्षा ग्रहण करने जाना पड़ता है जिसमें की आर्थिक वोझ ओर अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है और जिन सेन्ट्रल स्कूल से पढ़कर विधार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में एक बेहतरीन सुविधाएं और हिमाचल प्रदेश और भारत सरकार के उच्च पदों के लिए सक्षम, ओर परिपक्व किया जाता है और जिन सेन्ट्रल स्कूल में बहुत कम दाखिला फिस ओर तमाम सुविधाएं कम धनराशि में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त होती है जिसका लाभ अनेकों क्षेत्र में देखने को भी मिलता है और जिन सेन्ट्रल स्कूलों में एक अलग से अनुशासन और मापदंडों का निर्माण भी बखूबी किया जाता है आखिर हमारे ज़िले को क्यों इस बेहतरीन ओर उच्च स्तर की शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है क्या राजनीतिक इच्छाशक्ति की दरकार रही या फिर कुछ और कारण और जिसमें कि लगभग किसी भी राजनीतिक दल ने हमारे सिरमौर में सैंट्रल स्कूल खुलवाने के लिए भारत सरकार से गंभीरता से अपना पक्ष ओर आवाज बुलंद नहीं की गई जिसका खामियाजा दशकों से हमारे समस्त जिला सिरमौर के ऐसे सैंकड़ों होनहार छात्र भुगत रहे हैं आज राजनीति से ऊपर उठकर सभी सिरमौर वासियों छात्रों ओर युवाओं की उम्मीद,आशा ओर अनुरोध हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से ओर शिक्षा मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार से ओर सिरमौर के स्थानीय जन-प्रतिनिधि ओर वर्तमान में उधोग आयुष ओर संसदीय मंत्री ठाकुर हर्षवर्धन चौहान जी से हे की आप हमारे जिला सिरमौर में कम से कम एक सेन्ट्रल स्कूल खुलवाने के लिए भारत सरकार से निवेदन ओर आग्रह किया जाएं ताकि जिला सिरमौर के तमाम उन होनहार छात्रों को सेन्ट्रल स्कूल की बेहतरी और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा स्थानीय तौर पर ही उपलब्ध हो ऐसी आज हिमाचल प्रदेश की नई सरकार ओर माननीय मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुखु जी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर जी ओर उद्योग आयुष संसदीय मंत्री ठाकुर हर्षवर्धन चौहान जी से विशेष निवेदन ओर आग्रह रहेगा की हमारी ये उचित ओर अतिआवश्यक मांग को भारत सरकार ओर भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के मंत्री जी से अपना पक्ष रखने की अनुकम्पा करें ताकि भविष्य में जिला सिरमौर में भी एक बेहतरीन ओर उच्च गुणवत्ता वाला शिक्षण संस्थान और केन्द्रीय स्कूल की सुविधाएं उपलब्ध हो पाएं ऐसी हिमाचल प्रदेश सरकार ओर मंत्री महोदय से प्रार्थना ओर आग्रह रहेगा और साथ ही भविष्य में उम्मीद ओर आशा रहेगी कि जिला सिरमौर की इस अतिआवश्यक मांग को सीरे चढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ओर मंत्री महोदय जी जरूर गंभीरता दिखाएंगे।

स्वतंत्र लेखक-हेमराज राणा सिरमौर
दूरभाष नम्बर 8219386300
ranahemraj151@gmail.com

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