पेपर लीक मामले में तीन और प्रश्न पत्र मिले, विजिलेंस की रेड में एक औेर एजेंट के घर से मिले पेपर

*जेओए आईटी पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने एक ओर एजेंट के घर से छापामारी करके तीन पेपर बरामद किए हैं।*

*विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार को देर रात तक हमीरपुर में तीन-तीन अलग-अलग जगह छापामारी की। छापामारी के दौरान एक एजेंट के घर कुछ परीक्षाओं के पेपर मिले हैं।*

ये पेपर कौन सी परीक्षा के हैं, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा एजेंट ने कहां-कहां पेपर किस-किसको बेचा है, यह भी जांच की जा रही है। विजिलेंस ने जांच के चलते रेड के दौरान पकड़े गए एजेंट की जानकारी अभी तक गुप्त रखी है। इससे पहले पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने आरोपी महिला कर्मचारी के घर से तीन परीक्षाओं के प्रश्न पत्र बरामद किए थे। उसके बाद विजिलेंस ने दो अलग से एफआई दर्ज की थीं। इसमें विजिलेंस ने कर्मचारी चयन आयोग की महिला कर्मचारी के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैंं।

इतना ही नहीं जेओए आईटी पेपर लीक मामले का खुलासा होने के बाद कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई अन्य परीक्षाओं की शिकायतें भी अब विजिलेंस के पास पहुंच रही हैं। अब तक विजिलेंस के पास पेपर लीक की 19 और शिकायतें आई हैं। विजिलेंस को मिली इन शिकायतों में पिछले तीन साल में आयोजित की विभिन्न विभागों की भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होने के आशंका जताई गई है। गौर हो कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार की गई आरोपी महिला कर्मचारी पिछले करीब तीन साल से कर्मचारी चयन आयोग की सीक्रेसी ब्रांच में तैनात थी। ऐसे में विजिलेंस पता लगा रही है कि इससे पहले कौन-कौन सी परीक्षाओं के पेपर आरोपी महिला कर्मी ने लीक किए हैं। उधर, एडीजीपी विजिलेंस सतवंत अटवाल का कहना है कि शुक्रवार को विजिलेंस ने तीन अलग-अलग जगहों पर छापामारी के दौरान एक ओर एजेंट के घर से तीन पेपर बरामद किए हैं। मामले की जांच जारी है। (एचडीएम)
मुख्य आरोपी महिला की तबीयत बिगड़ी
मेडिकल कालेज पहुंचाई, विजिलेंस ने सेक्रेटरी को बुलाकर की पूछताछ
नीलकांत भारद्वाज — हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में सामने आए पेपर भर्ती लीक मामले की मुख्य आरोपी उमा आजाद की तबीयत शुक्रवार को अचानक बिगड़ गई। उसे तुरंत उपचार के लिए मेडिकल कालेज हमीरपुर ले जाया गया। उसे गायनी प्रॉब्लम बताई गई। इसके बाद विशेषज्ञों ने उसे अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह दी। आरोपी महिला का अल्ट्रासाउंड करवा दिया गया है। बताते चलें कि उमा आजाद सहित आरोपी संजीव कुमार को तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है। शनिवार को दोनों आरोपियों को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, अन्य चार आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं। उधर, कर्मचारी चयन आयोग के सचिव रहे डा. जितेंद्र कंवर को शुक्रवार को दोबारा विजिलेंस ने पूछताछ के लिए बुलाया। जांच टीम ने आयोग के कार्यालय जाकर एक बार फिर से सेक्रेटरी की अलमारियों में पड़े रिकॉर्ड को खंगाला। हालांकि इस मामले में जांच जारी है, लेकिन यह सवाल उठ रहा है कि बिना किसी ऊंची सपोर्ट के क्या निचले स्तर की एक कर्मचारी इतना बड़ा जोखिम उठा सकती है। (एचडीएम)
एक अभ्यर्थी ने मीडिया को भेजा ईमेल
आयोग में भर्ती का पेपर लीक मामला सामने आने के बाद जहां लोगों ने बॉटम से टॉप तक आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं, वहीं एक अभ्यर्थी ने मीडिया से मेल के माध्यम से कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी सझा की है। अविनाश ठाकुर नाम के इस अभ्यर्थी के अनुसार उसने वर्कशॉप इंस्ट्रक्टर पोस्ट कोड 998 में टॉप किया है, जिसमें उसके 100 में से 81 अंक हासिल किए हैं। अविनाश का रोल नंबर 998000229 है। उसने बताया है कि परीक्षा बहुत कठिन थी और इस भर्ती में केवल तीन रिक्तियां थीं। अविनाश के अनुसार उसके 81 अंक आए थे, जबकि अन्य दो उम्मीदवार जो चयनित हुए उन्हें 62 और 68.5 अंक मिले थे। अविनाश ने बताया कि उसने सबस्टेशन अटेंडेंट (पोस्ट कोड 972) और इलेक्ट्रीशियन (पोस्ट कोड 973) जैसी दो अन्य परीक्षाएं भी दी थीं। इनमें बड़ी संख्या में रिक्तियां हैं, लेकिन आश्चर्यजनक बात है कि दोनों भर्तियों में से एक में भी वह डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए कटऑफ क्लियर नहीं कर पाया।

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