लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का मंथन आज, चारों सीटें जीतने की बनाई जाएगी रणनीति

*उम्मीदवारों की भी होगी तलाश*

*कांग्रेस मंगलवार से लोकसभा चुनाव की रणनीतिक तैयारी में जुटेगी। कांग्रेस ने चारों सीटों की किलेबंदी का इंतजाम किया है।*

*संगठन और सरकार के इस साझा मंच में चारों लोकसभा सीटों पर दमदार प्रत्याशियों को तलाशने की शुरुआत भी हो जाएगी।*

सभी 68 विधानसभा सीटों से कांग्रेस के वेे चेहरे जो चुनाव में उम्मीदवार थे, इस बैठक में दिखने वाले हैं। इसके अलावा जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी भी आगामी रणनीति बनाने में अपना योगदान देंगे। लोकसभा चुनाव से पहले की इस बैठक में कांग्रेस विधानसभा चुनाव में जीती हुई सभी 40 सीटों समेत उन 28 सीटों पर भी चर्चा करेगी, जिनमें पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था। इन सीटों पर हार के कारणों पर मंथन होगा और लोकसभा चुनाव में इन्हें न दोहराने की रणनीति तैयार की जाएगी।

कांग्रेस की इस बैठक में बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को जोडऩे, केंद्र सरकार की नीतियों और राज्य सरकार के अब तक लिए गए फैसलों को पहुंचाने पर भी दिशानिर्देश तय किए जाएंगे। कांग्रेस पूरी तरह से चुनाव मोड में आ गई है और इस बैठक के बाद से लगातार लोकसभा चुनाव पर हलचल अब बढ़ती नजर आएगी। कांग्रेस संगठन की इस बड़ी बैठक में प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री समेत सभी मंत्री, सीपीएस, प्रदेश, जिला और ब्लॉक के पदाधिकारी समेत 68 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की टिकट हासिल करने वाले सभी नेताओं समेत अग्रणी संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। कांग्रेस की इस बैठक में 150 से ज्यादा पदाधिकारियों के शिमला में जुटने की संभावना है। यह बैठक सुबह 11 बजे कांग्रेस मुख्यालय में शुरू हो जाएगी। बैठक को लेकर संगठन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
संगठन को सरकार में जगह पर मनमुटाव
कांग्रेस में भले की सबकुछ सामान्य नजर आ रहा हो, लेकिन संगठन के पदाधिकारियों को सरकार में जगह देने को लेकर तकरार अक्सर देखने को मिल जाती है। प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह दिल्ली में संगठन के पदाधिकारियों को सरकार में जगह देने की पैरवी कर चुकी हैं। इसके अलावा मीडिया से बातचीत के दौरान भी कई बार प्रतिभा सिंह संगठन को सरकार में तवज्जो देने की बात कह चुकी हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के दबाव के बाद ही कांग्रेस महासचिव यशवंत छाजटा को हिमुडा में उपाध्यक्ष के पद पर तैनात किया गया था। हालांकि अभी भी कई अहम ओहदे खाली हैं और इनमें तैनाती के लिए संगठन के कई बड़े चेहरे इंतजार कर रहे हैं।