पांवटा अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट ना होने की वजह से लाखों गरीबों पर पड़ रहा

पांवटा अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट ना होने की वजह से लाखों गरीबों पर पड़ रहा है दिन प्रतिदिन आर्थिक बोझ ओर निजी क्लीनिकों के चंगुल में जाने को मजबूर हैं हर गरीब व्यक्ति…

आज गुरु की नगरी पांवटा साहिब के सरकारी अस्पताल की एक ऐसी व्यवस्था पर प्रकाश डालना चाहेंगे जहां पर कई वर्षों से अल्ट्रासाउंड मशीन होने के बावजूद भी रेडियोलॉजिस्ट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जिसका सीधा आर्थिक बोझ आम आदमी ओर गरीब व्यक्ति के जेब पर पड़ रहा है जो बहुत ही दुखद ओर गंभीर विषय है और जिस रेडियोलॉजिस्ट के ना होने की वजह से गिरिपार के दुर्गम क्षेत्र शिलाई विधानसभा क्षेत्र, रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र, पच्छाद विधानसभा क्षेत्र ओर पांवटा विधानसभा क्षेत्र आते है लाखों की इस आबादी में पांवटा साहिब अस्पताल में ओर हमें लगता है कि इस वक्त की सबसे बड़ी अगर कोई समस्या ओर कमी है तो वह है रेडियोलॉजिस्ट ना होने की,
जिसका दंज ओर कमर तोड महंगाई में आज लाखो आम आदमी ओर हर ग़रीब व्यक्ति को दिन प्रतिदिन खामियाजा भुगतने को मजबूर हैं जिस मुख्य मांग को स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अनशन तक किया ओर प्रशासन ओर सरकार तक अपनी आवाज बुलंद भी की परन्तु फिर भी आज तक कोई स्थाई हल इस समस्या का नहीं निकल पाया है जबकि पूर्व में उर्जा मंत्री और स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी ने कुछ समय के लिए रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति करवाने का प्रयास किया भी था परन्तु कुछ ही दिनों में इस अस्पताल में वही अव्यवस्था शुरू हुई और रेडियोलॉजिस्ट पदोन्नत होकर अन्य जगह पदस्थापित हो गया और साथ ही दिलचस्प तो यह कि इस अस्पताल में जितनी भी महिलाएं गर्भवती अवस्था में ओर कुछ अन्य व्यक्ति किन्हीं कारणों से अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को चुनींदा निजी क्लीनिकों में ही भैजा जाता है पांवटा साहिब में लगभग चार व पांच निजी क्लीनिक है जहां अल्ट्रासाउंड करवाएं जातें हैं जो उनके द्वारा पहले ही प्रस्तावित होते हैं ताकि आर्थिक लाभ लगातार बना रहे, जो बहुत ही दुखद विषय है आज आम आदमी ओर ग़रीब तबके के लिए पांवटा साहिब में रेडियोलॉजिस्ट ना होने की वजह से अभिशाप से कम नहीं है जिसका दर्द ग़रीब व्यक्ति ही भांति-भांतिसमझ सकता है क्योंकि आज के परिप्रेक्ष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं जो निरोग हो ओर कोई ना कोई शारीरिक और मानसिक दुःख हर व्यक्ति को हैं तो मजबूरन हमें अस्पतालों का रुख़ करना पड़ता है जहां पर कुछ दुःख परेशानी होने के वावजूद ही चिकित्सक द्वारा अल्ट्रासाउंड के लिए बताया या लिखा जाता है जिसका की खासकर गरीब व्यक्ति पर सबसे ज्यादा आर्थिक बोझ पड़ता है जो ना चाहा कर भी मजबूरी में अल्ट्रासाउंड निजी क्लीनिकों में करवाने को मजबूर हैं जबकि अगर रेडियोलॉजिस्ट उपलब्ध होता तो लाखों व्यक्ति ओर खासकर ग़रीब व्यक्तियों के लिए एक संजीवनी का काम करता ओर लोगों को मुफ्त अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध होती आज हिमाचल प्रदेश की नई सरकार ओर प्रशासन से निवेदन ओर आग्रह रहेगा की जिला सिरमौर का सबसे व्यस्तम ओर सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला अस्पताल पांवटा साहिब रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के लिए राहा तक रहा है ताकि पांवटा साहिब अस्पताल में कुछ स्थाई हल निकल पाएं ओर साथ ही इस अव्यवस्था के लिए आज जिला सिरमौर का शिक्षित युवा वर्ग आक्रोशित ओर उत्तेजित भी दिन प्रतिदिन अत्यधिक होता जा रहा है जिसका व्यवस्था के प्रति आक्रोश वाजीब भी है आज जहां हम दूसरे जिलों और अन्य प्रदेशों में स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधाएं देखते ओर सुनते हैं तो हम अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं कि हम आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी महोताज है जिसका कही ना कही कारण जन-प्रतिनिधियों ओर प्रशासन की असफलताओ को समय-समय पर दर्शाता है आज उम्मीद ओर आशा करेंगे कि प्रदेश सरकार ओर प्रशासन इस गंभीर विषय को जल्द पूरा करने की कोशिश करेगा ताकि आम आदमी ओर ग़रीब व्यक्तियों को भविष्य में राहत मिले।

स्वतंत्र लेखक -हेमराज राणा

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