*जिला सिरमौर के विकास खंड की नेहली धीड़ा पंचायत में भारी बारिश से 15 घर खतरे की जद में आ गए हैं। जलाल नदी का जल स्तर बढऩे से लगातार भू-स्खलन हो रहा है।*
खतरे को देखते हुए पंचायत ने 15 घरों को खाली करवा लिया है। तकरीबन 60 लोगों को आसपास सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया है। गांव से 20 बकरियों के अलावा दो दर्जन से अधिक दुधारू व अन्य पशुओं को भी सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। लगातार भू-स्खलन के कारण घरों में दरारें पड़ गई हैं। यहां तक कि पक्के मकानों के पिल्लर भी खिसक रहे हैं। जमीन में दरारें पड़ रही हैं। मंगलवार को तहसीलदार द्वारा मौके का निरीक्षण किया जाना था, लेकिन चारों तरफ से सडक़ों के अवरुद्ध होने के कारण प्रशासनिक टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई। पीडि़तों को आसपास के इलाके में लोगों के घरों में ही ठहरे हुए हैं।
आनी में सात आशियानों पर संकट
स्टाफ रिपोर्टर-आनी
लगातार हो रही बारिश के चलते आनी विकास खंड का गूंगी गांव भारी भू-स्खलन के कारण खतरे की जद में आ गया है। गांव पर मंडराए खतरे से ग्रामीण पूरी तरह से खौफजदा है। आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार,जिला परिषद कुल्लू के चेयरमैन पंकज परमार तथा तहसीलदार दलीप शर्मा के साथ पुलिस प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर लोगों का दु:ख दर्द जाना और राहत एवं बचाव कार्य शुरू करवाया। तहसीलदार दलीप शर्मा ने बताया कि खतरे की जद में आए सात मकानों में रह रहे लोगों को खतरा टल जाने तक दूसरे जगह शरण लेने के निर्देश दिए हैं।
चुवाड़ी की लोहारी खड्ड में बहा बुजुर्ग
वाड़ी। प्रदेश में बरसात का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। क्षेत्र में एक अधेड़ की लोहारी खड्ड के तेज बहाव में बहने से मौत हो गई। भटियात क्षेत्र की कथेट पंचायत में मंगलवार की शाम को दिहाड़ी लगाकर घर लौट रहे अधेड़ की खड्ड में बहने से मौत हो गई।पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतक की पहचान कथेट पंचायत के गोधरा गांव निवासी व्यास देव पुत्र रिजा राम के रूप में हुई है। डीएसपी डलहौजी हेमंत चंद ने समाचार की पुष्टि की है।
शिमला में कुदरत के हर से सात परिवार बेघर
नेरवा। जिला शिमला की पुंदर वैली की ग्राम पंचायत गोरली मड़ावग व मकड़ोग पंचायतों में बारिश ने कहर बरपाते हुए सात परिवारों के सिर से छत छीन ली है मकड़ोग पंचायत के सिहाणा गांव में पहाड़ी से कई टन भारी चट्टान गिरने से एक दो मंजिला मकान पूरी तरह नष्ट हो गया । इस मकान में भागमल,ज्ञान सिंह व सुनील कुमार के परिवार रहते थे । गनीमत यह रही कि ग्रामीणों ने इस खतरे को पहले ही भांप लिया था तथा पहाड़ी के नीचे के घर खाली करवा लिए थे । यह चट्टान घर की छत को नष्ट करते हुए एक कमरे में जा गिरी, जबकि एक अन्य बड़ी चट्टान सडक़ से टकरा कर छत को पार करते हुए एक दूसरे मकान के समीप जा गिरी ।
चंबा के कश्मीरी मोहल्ले से छह परिवारों का पलायन
चंबा। शहर के कश्मीरी मोहल्ले के पिछले हिस्से की पहाड़ी में बारिश के कारण भू-स्ख्लन से मकानों के गिरने के खतरे को देखते हुए छह परिवारों को जनजातीय सराय में शिफ्ट कर दिया है। इन परिवारों के खान- पान का बंदोबस्त भी उपमंडलीय प्रशासन की ओर से कर दिया है। एसडीएम सदर अरुण शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। भूस्ख्लन का दायरा लगातार बढऩे से पहाड़ी के छोर पर बसे कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। घटना की सूचना पाते ही एसडीएम सदर अरुण शर्मा व वार्ड पार्षद खालिद मिर्जा ने भू-स्ख्लन की जद में आए मकानों को खाली करवाकर छह परिवारों के 20 लोगों को जनजातीय भवन में शिफ्ट करवा दिया है।