व्यस्था परिवर्तन मंच पांवटा इकाई के माध्यम से लंपी रोग को लेकर राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

व्यवस्था परिवर्तन मंच पांवटा साहिब (इकाई) ने आज गौवंश में आई लंपी नामक बीमारी व धान की फसल पूर्णता खराब होने को लेकर तहसीलदार पांवटा साहिब वेदप्रकाश अग्निहोत्री के माध्यम से महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
मंच संयोजक सुनील चौधरी ने कहा कि लंपी नामक बीमारी को राष्ट्रीय महामारी घोषित कर दिया गया है। इसलिए मंच सरकार से मांग करता है कि गोवंश में आए इस बायरस के उपचार के लिए गो पालकों को दवाई निशुल्क उपलब्ध करवाई जाए ताकि उन्हें आर्थिक रूप से भी राहत मिल सके।
जैसा कि विदित है कि ये बीमारी अप्रैल माह से गुजरात, राजस्थान से होते हुए हिमाचल के द्वार तक दस्तक दे चुकी है। अगर इस बीमारी को पशुओं का कोरोना कहा जाए तो कोई यथोउक्ति नहीं होगी। मंच ने सरकार से मांग की है की कोरोना महामारी के समय में जिस प्रकार प्रदेश की सीमाओं को सील किया गया था, उसी प्रकार गोवंश के आदान प्रदान पर प्रदेश की सीमाओं पर भी कुछ समय के लिए पाबंदी लगनी चाहिए ताकि अन्य प्रदेशों से इस वायरस से पीड़ित गोवंश हमारी सीमाओं में प्रवेश ना कर सके।
मंच ने कहा कि लंपी नामक बीमारी की दवा भी पशुपालकों को महंगे दामों पर मिल रही है। सरकार से मांग है इसका कोई उपयुक्त टीका सभी पशुओं को लगाया जाए ताकि एक से दूसरे गोवंश को में यह बायरस ना फैल सके। पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे पशु का दूध 100 डिग्री तापमान तक उबालकर पीने से कोई नुकसान नहीं होगा। वायरस से ग्रसित पशु का झूठा पानी व झूठा घास अन्य पशुओं ना दिया जाए।
इसके अतिरिक्त मंच ने किसान सभा के अध्यक्ष दारा सिंह व पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश चौधरी सहित कृषि अधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया कि वर्तमान समय में धान की फसल जो पूर्ण रूप से खराब हो चुकी है उस बारे कृषि विशेषज्ञ भी उचित समय पर इस बीमारी को पढ़ पाने में नाकामयाब रहे हैं। धान की फसल पकने की तरफ बढ़ रही है, इसलिए ज्यादा दवाई प्रयोग करने से नुकसान का खतरा भी बना रहता है। मंच ने माननीय राज्यपाल व मुख्यमंत्री से मांग की है कि सभी किसानों को शत प्रतिशत मुआवजा दिया जाए। पूर्व में फसलों के नुकसान होने पर तीन सौ रुपए बीघा के मुताबिक मुआवजा किसानों को दिया जाता रहा है। मंच ने कहा कि इस तरह का भद्दा मजाक किसानों के साथ ना किया जाए। निहालगढ़ भूंगरनी व भगानी पंचायत सहित कई पंचायतों को पिछले कई वर्षों से फसलों से हुई आगजनी व फसल खराब होने का कोई भी मुआवाजा प्रशासन के द्वारा प्रदान नहीं किया गया हैं। इस बारे किसानों के बिना आंदोलन किए प्रशासन को शीघ्र संज्ञान लेना चाहिए।
इस मौके पर मंच के संयोजक सुनील चौधरी, किसान सभा के अध्यक्ष दारा सिंह, पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश चौधरी, कमलेश कुमार, संजय चौधरी, अधिवक्ता नरेश चौधरी, अमित कुमार, पंकज गुप्ता, धर्मपाल आदि लोग उपस्थित रहे।

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