प्रदेश सरकार को साफ साफ शब्दों में बताया कि यदि उनके अधिकारों का हनन किया जाएगा तो शीघ्र ही गिरिपार की क्षेत्र की जनता उन्हें करारा जबाब देगी -अनिल मंगेट

अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति के बैनर तले शिलाई में हजारों की संख्या में लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार को साफ साफ शब्दों में बताया कि यदि उनके अधिकारों का हनन किया जाएगा तो शीघ्र ही गिरिपार की क्षेत्र की जनता उन्हें करारा जबाब देगी। जनता हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगी। शिलाई में विशाल रैली के दौरान हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने एक स्वर में दलित एकता जिंदाबाद, जय भीम-जय भीम के नारों से समूचे शिलाई को झंकोर कर रख दिया है। यहा पर दलित समुदाय के लोगों ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार भले ही गिरिपार क्षेत्र के लोगों को जनजाति दर्जा दे परंतु उनके एससी समाज से जुडे लोगों के अधिकारों का हनन बिल्कुल भी सहन नही किया जाएगा

शिलाई में लोगों का उमड़ा जन सैलाब

जनजातिय क्षेत्र के विरोध में लोगों के उठे स्वर

राजनैताओं को दो टूक में दिया जबाब
Any. न्यूज़सिरमौर/शिलाई

अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति के बैनर तले शिलाई में हजारों की संख्या में लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार को साफ साफ शब्दों में बताया कि यदि उनके अधिकारों का हनन किया जाएगा तो शीघ्र ही गिरिपार की क्षेत्र की जनता उन्हें करारा जबाब देगी। जनता हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगी। शिलाई में विशाल रैली के दौरान हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने एक स्वर में दलित एकता जिंदाबाद, जय भीम-जय भीम के नारों से समूचे शिलाई को झंकोर कर रख दिया है। यहा पर दलित समुदाय के लोगों ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार भले ही गिरिपार क्षेत्र के लोगों को जनजाति दर्जा दे परंतु उनके एससी समाज से जुडे लोगों के अधिकारों का हनन बिल्कुल भी सहन नही किया जाएगा।

उससे अवश्य ही अपने अनुसूचित जाति वर्ग के भाई- बहनों में एकता की जोत जलेगी जो भविष्य में अधिकारों के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होंगी। ये बात गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति जिला सिरमौर के प्रधान अनिल मंगेट ने कही।
गिरिपार के लगभग 3000 लोगों ने शिलाई में गिरिपार को जनजातीय घोषित करने से अनुसूचित जाति के लोगों को पंचायत रोस्टर के नुकसान और जातीय प्रताड़ना से बचाने वाले एससीध् एसटी कानून के निष्क्रिय हो जाने के भय से एक बैठक की और उसके बाद लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह से लें कर एस डी एम शिलाई के कार्यालय तक महा रैली का आयोजन कर एस०डी०एम शिलाई के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौपा। जिला प्रधान अनिल मंगेट ने कहा कि अगर हमारी बात को नजरअंदाज किया जाता है तो भविष्य में हर चुनाव क्षेत्र में इस तरह की रैलियों का आयोजन किया जा सकता है।

ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से गुहार लगाई गई कि इस क्षेत्र को जनजातीय घोषित करने से पहले उनके संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा की जाएं। इस बैठक एवं रैली में केवल और केवल गिरिपार क्षेत्र के सब डिवीजन संगड़ाह, शिलाई, पांवटा साहिब, राजगढ़ और कफोटा के लोगों ने भाग लिया। समिति के जिला मीडिया प्रमुख सुरेन्द्र धर्मा ने बताया कि इस बैठक और रैली के लिए केवल सीमित संख्या में दूसरे सब डिवीजन से लोग बुलाये थे अधिकतर संख्या केवल शिलाई के लोगों की थी तब भी ये संख्या लगभग 3000 तक पहुंच गयी थी।

अगर 40 प्रतिशलत आबादी की अनदेखी कर इस क्षेत्र को जनजातीय घोषित किया गया तो अनुसूचित जाति के लोग इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। डॉ0 नीरज चैहान ने बताया कि जो लोग ये आरोप लगा रहे है कि केवल एक जाति विशेष के लोग भटके हुए है उनके लिए की रैली एक करारा जवाब है। सभी अनुसूचित जातियां इस मुद्दे पर एकमत हैं व किसी भी सूरत मे अपने अधिकारों को छीनने नही देंगे। उन्होंने मंच से हाटी समिति को जनजातीय मुद्दे पर किसी भी टी०वी० चैनल या अन्य मंच से खुली चर्चा करने की चुनौती दी। उन्होंने किसी भी तरह के राजनीतिक षड़यंत्र से इंकार किया और स्पष्ट शब्दों में कहा कि गिरिपार के अनुसूचित जाति के गरीब लोगों को इस मुद्दे पर किसी भी राजनीतिक दल का सहयोग नहीं मिला तभी हमें आज सड़को पर उतरना पड़ रहा है। शिलाई समिति के प्रधान सुनील वर्मा ने कहा कि हम संविधान को मानने वाले शांतिप्रिय लोग है परन्तु अगर हमारे खिलाफ षड्यंत्र रच कर हमारे अधिकारों का हनन किया जायगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे।

समय रहते हुए सरकार उनके द्वारा बताएगी बातों पर गौर नहीं करती तो शीघ्र विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की 40 प्रतिशत आबादी भले ही कोई सरकार न बना सकती हो परंतु किसी नेतापक्ष के साथ मिलकर उसे हरा तो सकती है। विभिन्न प्रवक्ताओं ने अपने संबोधन में बताया कि उन्होंने कई मर्तबा अनुसूचित जाति के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र कश्यप, सुरेश कश्यप, रीना कश्यप व विनय कुमार को इन विभिन्न परिस्थितियों के बारे में अवगत कराया परंतु राजनीतिक रोटियां सेकने के बजाय उनके पास कोई और विकल्प नहीं है। सिर्फ अपना हक जानते हैं और दूसरों के हकों पर हमेशा से वह भी वार करते आ रहे हंै। उन्होंने उन्हें साफ शब्दों में बताया है कि यदि आप आरक्षण में नहीं होते तो आज आप इस ओहदे पर नही बैठे होते।

इस दौरान समिति के मीडिया प्रभारी दीप जमथेटका और टी आर नींटा ने मंच संचालन करते हुए लगभग तीन दर्जन वक्ताओं को अपनी बात रखने का मौका दिया और कहा कि हमारी किसी जाति, वर्ग समुदाय और सरकार से लड़ाई नहीं है हम सिर्फ अपने अधिकारों की सुरक्षा चाहते है। इस अवसर पर तुलसी राम नींटा, (मुख्य प्रवक्ता सब डिविजन समिति शिलाई), सुनील वर्मा प्रधान सब डिवीजन शिलाई उपाध्यक्ष भरत सिंह, गिरीपार अनुसूचित जाति अधिकार सरंक्षण समिति कफोटा विनोद कुमार प्रधान गिरीपार अनुसूचित जाति अधिकार सरंक्षण समिति संगड़ाह जगत सिँह, भूतपूर्व प्रधानएवं अध्यक्ष एस सी भाजपा मोर्चा रेणुका बलदेव चैहान, प्रधान समिति सब डिवीजन राजगढ़ अनिल मंगेट, प्रधान गिरीपार अनुसूचित जाति अधिकार सरंक्षण समिति सिरमौर डॉ. नीरज चैहान (मीडिया प्रभारी जिला समिति), सुरेंद्र सिंह धर्मा (मीडिया प्रभारी जिला समिति) वेद प्रकाश (उपाध्यक्ष सब डिविजन समिति शिलाई),एडवोकेट सुंदर सिंह (महासचिव जिला समिति) सतपाल सत्ती (उपाध्यक्ष सब डिविजन शिलाईसमिति)एवं मीडिया प्रभारी बीजेपी मंडल शिलाई, सुनील कुमार सन्नी, उपाध्यक्ष समिति पांवटा साहिब, अंजू चैहान महिला मंडल प्रधान बशवा, विद्या देवी, चमेली देवी जिला परिषद सदस्य शिलाई, प्रिया वर्मा जिला प्रधान अम्बेडकर छात्र संघ, सीमा वर्मा समेत हजारो लोग मौजूद रहे।

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