पांवटा साहिब, 6 जून — आज निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को लेकर पांवटा साहिब में जगह-जगह मीठे जल की छबीलें लगाई गईं। इस विशेष तिथि पर श्रद्धालुओं और समाजसेवियों ने मिलकर सेवा भाव से राहगीरों को ठंडा मीठा जल वितरित किया।
निर्जला एकादशी, जिसे सबसे कठिन और पुण्यदायी एकादशी माना जाता है, के दिन जल ग्रहण से भी व्रत का उल्लंघन माना जाता है। लेकिन इसी दिन प्यासे राहगीरों को जल पिलाने का अत्यंत धार्मिक और सामाजिक महत्व भी होता है। इसी भावना के साथ पांवटा साहिब में बाजार, चौक, गुरुद्वारों और मंदिरों के पास सेवा शिविर लगाए गए।
सेवा में लगे युवाओं और बुजुर्गों ने बड़े-बड़े बर्तनों से शर्बत तैयार कर गिलासों और कपों में वितरित किया। राहगीरों ने इस ठंडे जल को पीकर राहत की सांस ली और इस सेवा की सराहना की।
एक स्वयंसेवक ने कहा, “निर्जला एकादशी पर जल सेवा करना अत्यंत पुण्य का कार्य है। यह केवल प्यास बुझाना नहीं, बल्कि मानवता की सेवा है।”
इस अवसर पर श्रद्धालु धर्म, सेवा और समर्पण की भावना से ओतप्रोत नजर आए।