पांवटा साहिब, हिमाचल प्रदेश – ग्राम पंचायत रामपुर भारापुर में प्रधान पर फर्जी बिल और खनन फॉर्म के माध्यम से लाखों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि प्रधान और उनके सहयोगियों ने मोटरसाइकिल पर सैकड़ों क्विंटल रेत, बजरी, सीमेंट और अन्य खनन सामग्री की ढुलाई दिखाई है, जो कि शारीरिक रूप से असंभव है।
*घोटाले की जानकारी*
उप प्रधान रजनीश चौधरी ने आरोप लगाया है कि प्रधान और उनके सहयोगियों ने वित्तीय वर्ष 2024-2025 में लगभग 35 लाख रुपये के घोटाले को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि घोटाला आरटीआई से ली गई सूचना से सामने आया है।
*हाई कोर्ट के आदेश पर जांच*
हाई कोर्ट के आदेश पर विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है। उप प्रधान रजनीश चौधरी ने जांच अधिकारी को घोटाले के बारे में विस्तार से बताया और ठोस सबूत पेश किए।
*निष्पक्ष जांच की मांग*
मीडिया के माध्यम से निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। उप प्रधान रजनीश चौधरी ने कहा कि वह न्याय की उम्मीद करते हैं और घोटाले के दोषियों को सजा दिलाने के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।

