रामलीला मंचन का शुभारंभ वाल्मीकि तीर्थ से आई अखंड जोत के पूजन के साथ

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पांवटा साहिब। बद्रीपुर व पांवटा साहिब में रामलीला मंचन का शुभारंभ महर्षि वाल्मीकि तीर्थ, अमृतसर से लाई गई अखंड ज्योति की पूजा-अर्चना के बाद हुआ।

सोमवार का दिन देवभूमि हिमाचल की पावन धरती पर ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से अविस्मरणीय बन गया। महर्षि वाल्मीकि तीर्थ से लाई गई यह ज्योति पूरे श्रद्धाभाव और विधि-विधान के साथ नगर में पहुंची।

ज्योति के नगर आगमन पर हजारों श्रद्धालुओं ने जयकारों, भजन-कीर्तन और ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच स्वागत किया। जगह-जगह पुष्पवर्षा की गई और पूरा नगर भक्ति और आस्था के रंग में रंग गया।

रामलीला कमेटी बद्रीपुर और पांवटा साहिब की ओर से इस पावन ज्योति का भव्य अभिनंदन किया गया। समिति पदाधिकारियों ने कहा कि यह ज्योति पूरे क्षेत्र में प्रेम, सद्भाव और धर्म का संदेश लेकर आई है।

कार्यक्रम के दौरान भजन-संकीर्तन, रामायण पाठ और धार्मिक अनुष्ठान हुए। ज्योति दर्शन के लिए नगर ही नहीं बल्कि आसपास के गाँवों से भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे नगर में मेले जैसा दृश्य दिखाई दिया।

समिति ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और आने वाले धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
विशेष बात यह रही कि बद्रीपुर और पांवटा साहिब की रामलीला का मंचन इस बार वाल्मीकि ज्योति के पावन प्रकाश में हो रहा है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय और दिव्य अनुभव बना।