पांवटा साहिब: PWD कर्मी द्वारा पिछले रास्ते से एंट्री का मामला गर्माया, कई दिन बीतने के बाद भी कार्रवाई नहीं
पांवटा साहिब के PWD हाउस में एक कर्मचारी द्वारा सुरक्षा नियमों को दरकिनार कर पिछले रास्ते से एंट्री करने का मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है। इस घटना को कई दिन बीत चुके हैं, मामला मीडिया की सुर्खियां भी बन गया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक विभागीय स्तर पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं ना तो कर्मचारी का अभी तक तबादला हुआ है
🔍 क्या है मामला?
PWD हाउस में तैनात एक कर्मचारी ने नियमों की अवहेलना करते हुए मुख्य द्वार के बजाय पिछले रास्ते से कार्यालय में प्रवेश किया। पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद विभाग ने न तो कोई नोटिस जारी किया और न ही कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की।
🚨 उठते सवाल:
क्या विभाग इस गंभीर मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है?
जब मामला मीडिया में भी उजागर हो गया, तो कार्रवाई क्यों नहीं?
क्या PWD विभाग का अनुशासन सिर्फ दिखावा है?
क्या ऐसे कर्मचारियों का तुरंत तबादला या निलंबन नहीं होना चाहिए?
🗣️ जनता की मांग:
स्थानीय लोगों और अन्य कर्मचारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में तुरंत निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। लोगों का कहना है कि अगर ऐसे मामलों पर सख्ती नहीं बरती गई तो विभाग की कार्यप्रणाली पर लोगों का विश्वास उठ जाएगा।
साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि अगर कोई असुरक्षित रास्ते से ऐसे ही प्रवेश करता रहा तो महिलाओं को काम करने में डर महसूस होगा।
❌ अधिकारियों की चुप्पी: पर
भीम आर्मी भारत एकता मिशन शिमला लोकसभा प्रभारी सुरेंद्र सिंह धर्मा ने इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
> “कर्मचारी का तुरंत कहीं दूर तबादला होना चाहिए था, लेकिन विभाग की चुप्पी इस पूरे मामले में सवालों के घेरे में है। यह लापरवाही बेहद शर्मनाक है और इससे विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो भीम आर्मी आंदोलन का रास्ता भी अपना सकती है।
🚨 अभी तक क्या हुआ?
कर्मचारी की सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई।
विभाग और प्रशासन इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों में रोष बढ़ रहा है।
🔍 बड़े सवाल:
क्या विभाग आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहा है?
महिलाओं की सुरक्षा और दफ्तर के अनुशासन का क्या होगा?
आखिर कब तक ऐसे मामलों में लापरवाही होती रहेगी?
🛑 जनता की मांग:
स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन मांग कर रहे हैं कि दोषी कर्मचारी पर जल्द कार्रवाई हो, उसका दूर तबादला या निलंबन किया जाए, ताकि भविष्य में कोई भी सुरक्षा नियमों की अनदेखी न कर सके।