हरिद्वार की हर की पौड़ी की तर्ज पर पांवटा साहिब में यमुनाघाट का सौंदर्यीकरण शुरू

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पहले चरण में 30 करोड़ स्वीकृत — केंद्र सरकार व वन विभाग से क्लीयरेंस मिलते ही काम को मिली रफ्तार

पांवटा साहिब (सिरमौर)।
पांवटा साहिब जल्द ही हरिद्वार की हर की पौड़ी की तरह एक भव्य और आधुनिक यमुनाघाट का रूप लेने जा रहा है। केंद्र सरकार की नमामि गंगे परियोजना के तहत पहले चरण में 30 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। वन विभाग और केंद्र सरकार से जरूरी क्लीयरेंस मिलते ही कार्यों की औपचारिक शुरुआत हो गई है।

योजना के तहत तटवर्ती क्षेत्र को धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन गतिविधियों के अनुकूल विकसित किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु, स्थानीय लोग और पर्यटक बेहतर सुविधाओं का लाभ उठा सकें। 22 अक्टूबर 2023 को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस परियोजना की घोषणा की थी।

वन विभाग से 65 हेक्टेयर भूमि मिलने के बाद अब घाट क्षेत्र को सुरक्षित, आकर्षक और आधुनिक स्वरूप देने का काम शुरू हो चुका है।

क्या-क्या बनेगा? — प्रस्तावित यमुनाघाट का नया स्वरूप

परियोजना में यमुनाघाट को पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा—

श्रद्धालुओं के लिए स्नान घाट

विस्तृत चबूतरे, रैम्प और बैठने की व्यवस्था

धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए स्टेज

आकर्षक लैंडस्केपिंग, प्रकाश व्यवस्था

मॉडर्न यमुना-हेरिटेज कॉरिडोर

पार्किंग और सुगम पहुंच मार्ग

दर्शकों व पर्यटकों के लिए सुरक्षित पैदल रास्ते

नया यमुनाघाट न सिर्फ धार्मिक गतिविधियों का बड़ा केंद्र बनेगा, बल्कि पांवटा साहिब के पर्यटन को नई पहचान भी देगा।

स्थानीयों की अपील— आपसी एकता से बनेगा बड़ा धार्मिक केंद्र

स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने नगर परिषद और प्रशासन से अपील की है कि इस परियोजना को एकजुट होकर पूरा किया जाए। इससे पांवटा साहिब को धार्मिक, आध्यात्मिक और पर्यटन दृष्टि से बड़ी पहचान मिलेगी।

नगर परिषद अध्यक्ष गुर्जन सिंह रोहिला ने भी कहा कि यह ऐतिहासिक प्रोजेक्ट है और इसके पूरा होने से पांवटा साहिब का गौरव बढ़ेगा।

वन विभाग सक्रिय — भूमि हस्तांतरण के बाद मिली गति

वन विभाग ने परियोजना को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक भूमि हस्तांतरण और अनुमति प्रक्रिया पूरी कर ली है।
तहसीलदार, एसडीएम और अन्य विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में कार्यस्थल पर निरीक्षण भी किया गया है।

इसके बाद निर्माण एजेंसी ने घाट की खुदाई, सौंदर्यीकरण और संरचनात्मक कार्यों की शुरुआत कर दी है।

स्थानीय जनता में उत्साह

नई हर की पौड़ी जैसे भव्य यमुनाघाट के प्रस्तावित मॉडल सामने आते ही स्थानीय लोगों में उत्साह बढ़ गया है।
लोगों का मानना है कि परियोजना पूरी होते ही पांवटा साहिब धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बन जाएगा।