पांवटा साहिब के रामलीला मैदान में आयोजित किया गया उपमंडल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह

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उपमंडल अधिकारी गुंजीत सिंह चीमा ने ध्वजा-रोहण कर ली मार्चपास्ट की सलामी

पांवटा साहिब 15 अगस्त- स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर पांवटा साहिब के रामलीला मैदान में उपमंडल स्तरीय समारोह आयोजित किया गया, जिसमें बतौर मुख्यातिथि उपमंडल अधिकारी पाँवटा साहिब गुंजीत सिंह चीमा ने ध्वजा-रोहण कर आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली।
इससे पूर्व एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने शहीद स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उपमंडल अधिकारी गुंजीत चीमा ने संबोधित करते हुए सभी लोगो को 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि 1947 के इसी दिन हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराकर देश को आज़ादी का अहसास दिलाया था। उन्होंने कहा यह दिन हमें उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना हमें स्वतंत्र भारत का तोहफ़ा दिया। उन्होंने कहा कि हम अपने वीर सैनिकों और उनके परिवारों को भी सलाम करते हैं, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया। उनकी हिम्मत और त्याग के कारण ही हम आज़ादी के साथ सांस ले पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज, जब हम अपनी आज़ादी के 79वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, यह ज़रूरी है कि हम याद रखें कि हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारी एकता है। उन्होंने कहा कि भाषा, धर्म, जाति या क्षेत्र कोई भी हो, हम सभी भारत माता की संतान हैं, हमें इस विविधता को कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी सबसे बड़ी शक्ति बनाना है।
उन्होंने कहा कि विकास सरकार की योजनाओं के साथ-साथ हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी से संभव होता है। उन्होंने कहा स्वच्छता अभियान में शामिल होना, पौधारोपण करना, ट्रैफिक नियमों का पालन करना ये छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं। जब हर घर और हर मोहल्ला जागरूक होगा, तभी हमारा नगर सच में आदर्श नगर बन पाएगा।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हमने अंतरिक्ष में चंद्रयान भेजा, खेलों में नए कीर्तिमान बनाए, शिक्षा और उद्योग में नई ऊंचाइयों को छुआ। इन उपलब्धियों में हर शहर, हर गांव और हर व्यक्ति का योगदान है।
उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब में भी हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपने शहर को और बेहतर बनाएं। उन्होंने कहा कि इसी सोच के तहत उपमंडल कार्यालय में एक विशेष रजिस्टर रखा गया है, जिसमें कोई भी नागरिक अपने या अपने परिवार का योगदान दर्ज कर सकता है ताकि मिलकर विकास की एक सकारात्मक कहानी लिखी जा सकें।
उन्होंने कहा कुछ चुनौतियां भी हमारे सामने हैं, जैसे पर्यावरण की रक्षा, स्वच्छता बनाए रखना, यातायात और पार्किंग की समस्या का हल करना, और आपसी भाईचारे को मजबूत करना। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब, गुरु की नगरी है यहां का माहौल हमेशा प्रेम, एकता और समझदारी का उदाहरण रहा है। उन्होंने सभी से मिल-जुल कर रहने तथा इस परंपरा को और मजबूत बनाने की अपील की।
उन्होंने युवाओं से विशेष आग्रह किया कि अपने सपनों को ऊँचा रखें, लेकिन अपने कर्म को धरातल से जोड़े रखें। उन्होंने कहा युवा तकनीक, शिक्षा और नवाचार के माध्यम से केवल अपना नहीं बल्कि पूरे समाज का भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं। खेल, कला और विज्ञान में जोश और मेहनत से पांवटा साहिब का नाम रोशन करें।
उन्होंने कुछ पंक्तियों के माध्यम से सभी को मिल जुलकर रहने का संदेश दिया।“त्याग, सेवा और प्रेम से, बढ़े नगर की शान,पांवटा की धरती पे, खिले अमन के फूल महान।”
इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्कूलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
मुख्यातिथि द्वारा पांवटा साहिब क्षेत्र में धरातल स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों सहित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। उन्होंने मार्चपास्ट तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, असगर अली निदेशक जोगिंद्रा बैंक, नगर पालिका परिषद की अध्यक्षा निर्मल कौर, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया सहित नगर पालिका परिषद के पार्षद तथा कार्यकारी अधिकारी कंचन बाला, राजेन्द्र तिवारी अध्यक्ष हिमोत्कर्ष जिला सिरमौर, प्रधान व्यपार मण्डल अनिंदर सिह नोटी व विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवम् कर्मचारियों सहित स्थानीय गणमान्य व्यक्ति, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी तथा विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य तथा अध्यापक मौजूद रहे ।