अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रेणुका ठाकुर, स्कीइंग खिलाड़ी आंचल ठाकुर समेत 12 महिलाओं को प्रदेश स्तरीय महिला दिवस समारोह के दौरान सम्मानित किया गया। समाजसेवा, शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए मुख्यमंत्री ने इन महिलाओं को पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री ने समाज सेवा के कार्यों के लिए लेखिका डॉ. देव कन्या ठाकुर, नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए संगीता खुराना और स्वास्थ्य कार्यक्रम सफलतापूर्वक चलाने के लिए लिए डॉ. अन्वेषा नेगी को हिमाचल प्रदेश महिला विकास प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया। खेलों व अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए विभिन्न जिलों की महिलाओं और बेटियों को सम्मानित किया गया।
पैरा सिटिंग वॉलीबाल के लिए रचना कुमारी और माला भगती, लेखन के लिए रेखा तथागत, एथलेक्टिस के लिए मंजू, पर्वतारोहण के लिए बलजीत कौर और स्कीइंग के लिए आंचल ठाकुर को सम्मानित किया। वॉलीबाल के लिए आयुषी भंडारी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए रेणुका सिंह ठाकुर और एथलेक्टिस के लिए सुमन को भी इस पुरस्कार से नवाजा।
समारोह के दौरान क्रिकेटर रेणुका ठाकुर मौजूद नहीं रहीं। रेणुका आजकल आईपीएल में खेल रही हैं। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि रेणुका के घर पुरस्कार पहुंचाया जाएगा।
महिला विकास प्रोत्साहन पुरस्कार की राशि 21 हजार से बढ़ा एक लाख की
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हिमाचल प्रदेश महिला विकास प्रोत्साहन पुरस्कार की राशि 21,000 से बढ़ाकर एक लाख रुपये और जिला स्तरीय पुरस्कारों की राशि 5,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये करने की घोषणा की। सोमवार को राज्य अतिथिगृह पीटरहॉफ शिमला में राज्य स्तरीय महिला दिवस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने सुख-आश्रय कोष की वेबसाइट और हिम-पूरक पोषाहार पुष्टि एप का विधिवत शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि समाज को दिशा देने में महिलाओं का सदैव ही उल्लेखनीय योगदान रहा है। महिलाएं माता, बेटी, पत्नी और बहन के रूप में अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करती हैं। कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष सरोजनी नायडू से लेकर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने महिलाओं को नेतृत्व करने की प्रेरणा दी।
कहा कि प्रतिभा पाटिल देश की पहली राष्ट्रपति बनीं और आज द्रौपदी मुर्मू इस पद को सुशोभित कर रही हैं। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना से संबंधित जानकारी पर आधारित प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव एम सुधा देवी ने मुख्यमंत्री एवं गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। विभाग के निदेशक राहुल कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर, विधायक नंद लाल, हरीश जनारथा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, मुख्यमंत्री के विशेष कार्यकारी अधिकारी गोपाल शर्मा और अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
हमें छोड़नी होगी पुरूष प्रधान मानसिकता: शांडिल
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने कहा कि आठ मार्च को होली के पर्व के दृष्टिगत यह आयोजन छह मार्च को किया जा रहा है। हमारे देश में नारी को देवी का दर्जा दिया गया है। हमारा संविधान भी महिलाओं को समानता का हक देता है। उन्होंने नारी सशक्तीकरण पर एक कविता के कुछ अंश भी पढ़े।